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विदा 2024


31.12.2024.....

शुरुवात है साल की
इसे कहते हैं : जनवरी.....
प्यार के फल को कहते हैं
प्यारी फरवरी ......
अकाउंटेंट की आफत  बनती है
ये मार्च हर साल बड़ी .....
फिर से टैक्स का नया साल
ये है अप्रैल कहती है tax बचाओ घड़ी घड़ी
प्लानिंग का नाम है
ये मई की गरम दोपहरी
मेरी जिंदगी की धड़कन है वो
ये जून है मुझे जश्न मनाने की है पड़ी....
मिलन का महीना है
ये हसीन जुलाई
देश आजादी का महीना है
अगस्त की सुहानी सुबह बड़ी
मेरे यार की जुदाई का महीना है
यादगारें सितंबर दुख भरी
ठंड की शुरुवात होती है
ये अक्टूबर की ठंडी बड़ी
दुनिया करती है स्वागत हमारा
हम हैं नवंबर की शुभ घड़ी
बसी हुई है यादों की हर घड़ी
फिर से आ गई है ये दिसंबर मरी मरी
🙂🙂🙂🙂🙂

Enjoy the day

एक सुबह जयपुर की

सवाई जय सिंह सर्किल: जयपुर के संस्थापक का स्टेच्यू 

कुल्हड़ वाली चाय के बिना यह शहर अधूरा है 

चाय की कचोरी की टपरी पर

आमेर घाटी से दिखता हुआ जल महल

जयपुर की शान : आमेर का किला...


एक सुबह जयपुर की...

ये शहर गुलाबी
सुबह उठाती है सबको
खुद नहीं सोती
यहां की हर सुबह होती है
श्री गोविंद देव जी के नाम
मंगल काले हनुमान जी
बुध प्यारे गणेश जी महाराज
यही शोहरत है
शान है और पहचान है
इस शहर की 
बस क्या कहूं
दिन- रात चलती रहती है
जयपुर की सुबह शाम
कभी बदनाम तो
हर समय होता है नाम...