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कविताएं


बारिशों का मौसम..........

ये बारिशों का मौसम है
लफ्जों में पिरो दूँ तुम्हें, 
या एहसासों में रहने दूँ. ... 
साँसो में बहने दूँ तुम्हें, 
या फ़िजाओ में बिखेर दूँ... ....
पलकों में छुपा लूँ तुम्हें, 
या रूह में बसा लूँ... ....
 इस बारिश के मौसम में, 
तुम्हे क्या सज़ा दूँ,...


ये शाम मस्तानी.....

कभी शाम को मिलो 
अदरक वाली चाय पीयेंगे 
हम अपने "मन की बात" कहेंगे
तुम कोई किस्सा सुनाना
इसी तरह ये शाम गुजारेंगे..


ओल्ड मोंक और मैं.....

Old Monk Has Followers... 
Not Fans
🙂🙂🙂
Two monks together
Follower of each other....
दो संन्यासी, साथ साथ
एक दूसरे का थामें हाथ....
😀😀😀😀

कविताऐं

कविताऐं

एक नज़र देख लूं
उन बीते हुए लम्हो को
ए लम्हो
कुछ पल ठहरो..
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


आओ गीत गाएँ
आनंद लें संगीत के सात स्वरों का
संगीत तो है कृष्ण की बंसी
माँ सरस्वती का सितार
भगवान शिव जी का डमरू
आओ संगीत का आनंद लें
संगीत बिन सब सून..
🙂🙂🌞🌞🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


तृष्णा..

आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू -
रोड वही रहेगी.
आप इकॉनामी क्लास में सफर करे या बिज़नस में, -
आपका वक्त तो उतना ही कटेगा.
आप टाइटन पहने या रोलेक्स, -
समय वही रहेगा.
आपके पास एप्पल हो या सेमसंग - आपको कॉल लगाने वाले
लोग नहीं बदलेंगे..!
भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं हें,
लेकिन सावधान रहे
क्योंकि जरूरते पूरी हो सकती हें,
तृष्णा ( इच्छा )नहीं..

नोट : और इसी तृष्णा को पूरी करने के लिए इंसान गलत कदम उठाने लगता है.. सादा जीवन उच्च विचार.. सुखी जीवन का आधार😊😊
साभार : फेसबुक
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂