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शरद ऋतु

फोटो : जयपुर दिल्ली नेशनल हाईवे no. 4


शरद ऋतु....

गहन कोहरे में 
हरी घास पर 
इठलाती हैं 
बूंदेंओस की 
शरद ऋतु आयी
मन मुस्काया।

मैने छुआ धरती को
अम्बर पर सूरज मुस्काया 
गुलाबी शहर की गुलाबी ठंडक 
दिसम्बर भी मुस्काया ।।

धूप लगी गुनगुनाने
गीत पुराना याद आया
मौसम ने बदली करवट 
लो मूंगफली गज़क का
मौसम है आया ।

गुजर रहा है ये साल
अब नववर्ष मुस्कायेगा
आओ स्वागत करें 
इस नववर्ष का
ये भरपूर खुशियाँ लाएगा

कविताऐं

ये जिंदगी..............
ये जिंदगी भी ना
तारीफों में ना सही
तानों में तो कट ही जाएगी..
घबराना अब कैसा
जब पाने को कुछ नहीं
तो खोने का डर कैसा
उम्र संग ये तो हर पल 
घटती ही जाएगी..........
आचरण व्यवहार संस्कार
ही नहीं शिक्षा दीक्षा भी बताते हैं
इंसान कैसा था कैसा है........
जिंदगी बिखरे पन्नों सी
क्यों ना फिर इसे
करीने से सजाइए.......
😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀🙂

बचपन...........
मत छीनो बचपन
इन, नन्ही नन्ही कोपलों का
खिलने दो, 
मुस्कुराने दो
आज़ाद उड़ने दो
ये खुशबू है आँगन की
इन्हें रौंदों मत
बस महकने दो......
😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀😀


इंसान.....
ओ जाने वालों
मुड़ मुड़ के ना देखो, यूं मुझे..
में कोई पुराना राजा तो नहीं हूँ
हाँ, एक नायाब, तराशा हुआ इंसान हूँ...
क्योंकि में classic हूँ....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂



कागज के फूल.......
हम टुकड़े, कागज़ के तो नही 
की उड़ जाएंगे ।
हम खुशबू है फूलों की, 
सूख गए भी तो, किताबों में रखे जाएंगे
😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃

कला और कलाकार

कला और कलाकार

उभर आती है... 
उड़ान मन की
कल्पनायें कलाकार की
कभी कागज़ पर
तो कभी पत्थर पर

चित्र मॉडर्न आर्ट गैलरी, दिल्ली के सौजन्य से


कविताएं : सुनहरी यादों के पल

कविताऐं: यादों के सुनहरे पल

लो ये फसलें भी 
काट ली गईं है
जब शरद ऋतु ने 
आवाज़ दी...
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🌞😊☺️🌞🌞🌞


शरद ऋतु की 
चांदनी रात हो 
या अंधेरी 
हम भी ठिठुरेंगे
तुम भी ठिठरोगे
चाँद भी ठिठुरेगा
सूरज भी ढका होगा
गहन कोहरे में.......
खुशी का पल होगा
जब प्रभु राम का 
दीपावली में आगमन होगा
नव दीप जल उठेंगे
खुशियां का अंबार होगा..
☺️☺️☺️😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊


कभी लंच टाइम
तो कभी शामें
कभी मूंगफली के दाने
कभी समोसे
तो कभी छोले कुलचे....
कुछ पुराने साथी
और उफ ये शहर, दिल्ली
बहुत याद आते हैं
😀😀😀😀😀🙂🙂🙂🙂🙂🙂🤥🤥🤥🤥🙂


तीन दोस्त
साईकिलें
एक हाफ
और पूरा शहर
वो भी क्या दिन थे
😊😊😊😊😊😊😊😊😊☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️


अक्सर धूप से 
काले नही होते हैं लोग 
जल भुनकर कर भी 
स्याह हो जाते हैं ....
🌞🌞🌞🌞🌞🌅🌅🌅🌅🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


उम्र भर पलटते रहा, 
किताबों के पन्ने 
अपनी ही कहानी 
नज़र आयी किताबो में ....
☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️👍☺️👍👍👍👍👍


कभी राम 
कभी रावण 
क्या क्या बनना पड्ता है 
इस छोटी सी जिन्दगी में 
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂😂😊


ये पल
पल पल बीत रहा है
आओ मिल जायें
सुमन और सुगंध की तरह
😂😂😂😊🌞🌞🌞🌞🌞🌞😍😊😊😊😊😊😊


आज जिंदगी को, 
करीब से देखा
कोई गुब्बारा बेच के खुश है, 
तो कोई खरीद ककर..
🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🍨🍨🍨🍨☺️☺️☺️☺️☺️☺️


कुछ लम्हे चुरा लूँ, 
तुम्हारे आज 
कल जिंदगी 
हम हो न हो.......
😊😊😊😊😊🌞🌞🌞😊😊🌞🌞😊😊🌞🌞


मै कलम, 
तुम स्याही ।
आओ मिलकर, 
जिंदगी की किताब लिखें....
☺️☺️🍨🍨☕☕😍😍😍😍🙂🙂🙂☺️☺️😊😊


सुबह


सुबह 
आशाओं की एक किरण
तो शाम 
जुदाई का नाम है.
और रात 
तन्हाई है
ए जिन्दगी
तूने की बहुत बेवफाई है.................

कविताएं


अजीब कश्मकश है
इस छोटी सी जिंदगी में 
कोई सड़क के किनारे
सोता है चैन से
किसी को मख़मल में
भी नींद नहीं आती...
दुनिया बनाने वाले
कैसी ये दुनिया बनाई..

😊😊😊☺️☺️☺️😁☺️😁😁😁😁😁☺️😁



मधुपान ( शराब)
गम की दवा तो नहीं
हमने लोगों को
तन्हाई में रोते देखा हैं 

कडुआ बोलता हूं
चुभ सा जाता हूँ
सच सहना
सबके बस की बात नहीं...

हँस के बोलो
जान लुटा देंगे
एक बार
आज़मा के तो देखो..

जिंदगी ने मुझसे
नाराज़ होना छोड़ दिया
लगता है
खफा हो गई है मुझसे
ए जिंदगी
इतनी भी नाराज़गी 
ठीक नहीं....

छोटी छोटी बातें
कभी खुशी
कभी गम...

पराया दर्द दे
कोई बात नहीं
अपना दे तो
मन पर कुठाराघात.... 

ये दुनिया 
किसी की नहीं
फिर भी मन
बावरा हुआ जाता है...

आंख के आंसू
सूख जाते हैं
जब अपना 
बेगाना हो जाता है..

सुना है  
अपनापन
जज्बात ही
प्यार है
फिर क्यों मेरे जज्बात
कोई समझ नहीं पाता..

उनकी होठों पर 
मुस्कुराहट
लगता है
उनको मुझसे
इश्क हो गया है..

मन उदास है
आज दिल 
फिर से रोया है..

दिल उदास ना हो
इस जालिम दुनियां में
हमने इसे जबरजस्त 
हंसना सिखाया है...

बर्बाद किया
किसी ने दिल मेरा
जब भी उदास हुआ
रुमाल काम आया...

जब भी
एक पेड़ काटता है
किसी का आशियाना
उजड़ जाता है..

कटे पेड़ की
अस्थियां भी अब
रोने लगीं है
विकास के नाम पर
इंसान कितना 
बेदर्द ही गया है..

आओ कुछ 
नया करते हैं
सुबह योगा
ग्रीन टी पीते हैं

दिन कैसे 
सफल बीते
एक योजना
बनाते हैं..

काम से क्या
घबराना दोस्त
कुछ नया
प्लान बनाते हैं..

यादें की सजीव करो
पिछले दोस्तों को
फ़ोन पर बात करते हैं

इंटरनेट का
लाभ उठाओ
कुछ नया
सीखते हैं

उम्र को 
गोली मारो
साईकल नहीं तो
पैदल ही निकल जाते है

वादा करो
भूत को गोली मारो
आज से हर काम
समय पर करने की
ठानते हैं
चलो कुछ
नया करते हैं..
😊😊😊😊😊☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️😊


गहरी हैं ये स्याह रातें
मंज़िलों का पता नहीं
क्यों ना फिर
चल कहीं दूर निकल जाएं...
☺️😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁😁


कविताएं


जेब में लिये फिरता हूँ 
कुछ लम्हे ....
आओ मिलकर बाँट लें ...
🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞
जीवन के कुछ लम्हे
कुछ छोटे, कुछ बडे
मैने सम्हालकर रखे हैं
🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆🔆
तुम नहीं हो
ये मालूम है मुझे
फिर भी इंतजार है
यही तो प्यार है....
😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃
चलो अब
चैन से सोया जाय
वैसे भी खोने को
बचा क्या है..
😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃
कोई बताए मुझे
ऐसा क्यों होता है
जो करीब होता है
वही क्यों जुदा होता है...
😯😯😯😯😯😯😯😯😯☀️☀️
यूं तो हसीन इमारतें
हर किसी को आकर्षित करती है
हमे तो आज भी
खंडहरों से प्यार है...
😁😁😁😁🧁🧁🧁🧁🧁🧁🧁

कविताऐं

नाराज़गी का हक तो
उसी को होता है
जो शिद्दत से 
तुम्हे प्यार करे ...
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃


कोई दे दे पंख मुझे
परिंदा बन उड़ना चाहता हूँ
मंज़िल नहीं ये जमीं मेरी
आसमान छूना चाहता हूँ...

🙂🙂🙂🙂🙂🍅🍅🍅🍅🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂

चाँद को 
क्यों ग्रहण लग गया...
ज़माने से पूछो 
अगर जमाना बता न पाए तो 
हम से पूछो,.......
😃😃😃😃😃😃🤥🤥🤥🤥🤥🤥🤥🤥🤥

कविताऐं

ये लम्हे.......
एक लम्हा गुजर गया
जिंदगी सवारने में
किसे पता था की
जिंदगी गुजर जायेगी
उम्र समालहने में.......

🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂

जिंदगी....
जिंदगी 
डायरी के पन्नों सी
कुछ रंगी
कुछ पुती
कुछ लिखी 
कुछ छोड़ी...

आओ आनंद मनायें 
हर पल जीवन का
ना जाने कौनसा पन्ना
आखरी हो जाय..
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🔆🔆🔆😀🙂🙂🙂🙂

यादें, कविताएं


फूल.......
कभी कांटों के बीच
कभी कीचड़ में
कभी गमलों में
कभी वीराने में
कभी पहाड़ की चोटी पर
जहां कहीं भी हो
फूल हमेशा मुस्काते हैं...

अपने पराये........
मैं खुश था लोग मुझे पहचानते थे
मशहूर होने का शौक नहीं था मुझे..
किसी ने अछाईयों से जाना 
किसी ने बुरा भला कहा..
जिंदगी भी कितनी अजीब है
जिसको जितनी जरुरत थी
उसने उतना ही पहचाना मुझे....
अजीब सी कश- म - कश है ये जिंदगी
जब जीतते थे, पराये भी अपने थे
अब ये आलम है की अपने भी पराये हैं..


कविताएं, यादें

कविताऐं

एक नज़र देख लूं
उन बीते हुए लम्हो को
ए लम्हो
कुछ पल ठहरो......
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


आओ गीत गाएँ
आनंद लें संगीत के सात सुरों का
संगीत तो है कृष्ण की बंसी
माँ सरस्वती का सितार
भगवान शिव जी का डमरू
आओ संगीत का आनंद लें
संगीत बिन सब सून..
🙂🙂🌞🌞🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂

तृष्णा..

आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू -
रोड वही रहेगी.
आप इकॉनामी क्लास में सफर करे या बिज़नस में, -
आपका वक्त तो उतना ही कटेगा.
आप टाइटन पहने या रोलेक्स, -
समय वही रहेगा.
आपके पास एप्पल हो या सेमसंग - 
आपको कॉल लगाने वाले लोग नहीं बदलेंगे..!
भव्य जीवन की लालसा रखने या जीने में कोई बुराई नहीं हें,
लेकिन सावधान रहे
क्योंकि जरूरते पूरी हो सकती हें,
तृष्णा ( इच्छा )नहीं..

नोट : और इसी तृष्णा को पूरी करने के लिए इंसान गलत कदम उठाने लगता है.. सादा जीवन उच्च विचार.. सुखी जीवन का आधार😊😊
साभार : फेसबुक
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


दिल्ली मुंबई एक्स्प्रेस वे

दिल्ली मुंबई एक्स्प्रेसवे...

बहुत दूर है
गगन की छांव 
कैसे रोकूं
अपने पांव...

दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे हमारे देश के छह राज्यों ; दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा. करीब 1350 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेसवे इस समय दिल्ली से हरियाणा के सोहना कस्बे से होते हुए राजस्थान के दौसा जिले तक जनता के लिए खोल दिया गया है. 

ज्ञात रहे, ये एक्स्प्रेसवे भारत के प्रमुख शहर जैसे जयपुर, कोटा, वडोदरा, सूरत, इंदौर और भोपाल सहित कई अन्य शहरों  को जोड़ता हुआ जाएगा. संपूर्ण एक्सप्रेसवे बनने के बाद आसपास के इलाके में व्यावसायिक विकास की उम्मीद की जा सकती है. साथ ही यह एक्सप्रेसवे राजस्थान में पर्यटन स्थलों जैसे केवलादेव, रणथंभौर और सरिस्का जैसे राष्ट्रीय उद्यानों के साथ-साथ जयपुर और अजमेर जैसे  ऐतिहासिक शहरों में पर्यटन क्षेत्र में तेजी ला सकता है.

इस मार्ग में यात्रियों की सुविधा के लिए कुछ स्थान निर्धारित किए जा रहे हैं. जिनमे होटल, रेस्त्रां, एटीएम,  इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन इत्यादि सुविधाएं प्रदान की जाएंगी और साथ ही सड़क दुर्घटनाओं की संभावना और तत्काल चिकित्सा सुविधा के लिए ट्रामा सेंटर भी बनाए जाएंगे. सुरक्षा को देखते हुए कार के लिए इस समय गति सीमा 120 KM और व्यवसायिक बड़े वाहनों के लिए 100KM प्रति घंटा रखी गई है

कुल मिलाकर ये एक्सप्रेसवे यात्रा के समय को बचाने के साथ साथ कई  गतिविधियों का जनक भी होगा.

8 लेन के एक्सप्रेसवे का विहंगम दृश्य - जयपुर से गुड़गांव 




कविताऐं


यादें.... मई 2018 
(खाटू श्याम मंदिर दर्शनम)

जिंदगी का हर रंग
मुझे अजीज है
तभी तो तुम्हारे साथ
मेरी जिंदगी रंगीन है......
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂

आजकल मैं 
फिर से बिजी रहता हूं
हां उनकी यादों में
खोया रहता हूं....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🔆🔆🔆🔆🔆

किसी मधुप्रेमी से पूछो
शराब नहीं होती तो क्या होता
मधु प्रेमीबोला
"शराबी" फिल्म ना बनी होती.....
🙂🙂🙂🙂😀😀😀😀😀


कविताएं

यारो...
ओल्ड मोंक और तन्हाई का
अपना ही अलग अंदाज है
दोनों अपनी अपनी मस्ती में मस्त..
😊😊😊

जीवन मरण की 
चिंता छोड़ो
ले आओ साकी 
ओल्ड मोंक का प्याला
नाचेंगे, गाएंगे और झूमेंगे 
जम के आज
ना जाने कल क्या है होने वाला...
😊😊😊😊😊

सजी है संवरी है 
रंगीन बोटल में 
ओल्ड मोंक हाला .....
ले आओ साकी
मेरा प्याला
फिर से  इस बूढ़े साधू ने
इमोशनल कर डाला.....
😆😆😆



ये तन्हा शाम 
जब भी आती है
यादों के चिराग़ 
जल उठते हैं...
😍😍🙂


जिंदगी चलती रही
हम कविता गढ़ते रहे
जिंदगी एक किताब 
ना जाने कब पूरी हो जाय...
🙏🕉️🙏

कविताऐं


कविताऐं........

इतनी भीड़ भरे
इस जमाने में भी
कितना अकेला हो गया है 
तू ए इन्सान
फोटो लेने वाला कोई नहीं
सेल्फी लेनी पड़ रही है...
☺️☺️☺️☺️☺️🙂🙂🙂🙂🙂



कविताऐं


कविताएं........

खेलघंटी और खोमचे वाले 
आज भी याद आते हैं..
क्लास से कुछ पल आराम
और स्वाद का आनंद..

आज वो खोमचे वाला 
बर्गर, पीज़ा और सूप
की कैंटीन में बदल गया...

वो पल अब कभी
लौट के ना आएंगे...
😊😊😊😊☺️☺️☺️☺️


यादों के रिश्ते भी
अजीब होते हैं
खुद तन्हा रहते है 
मगर
दिल को कभी
तन्हा रहने नहीं देते...
🙂🙂🙂☺️☺️☺️☺️☺️☺️



ये कैसी नज़र लगी है 
इस जमाने को..
घरों में, 
बाज़ारों में, 
झोपड़ियों में 
और बंगलों में 
घुट घुटकर रह गयी है 
कितनी ही जिंदगानियां..
☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️


प्रातःकाल
सुख की बेला
चिड़ियाँ भी गाए 
जग सुंदर हो गया
ठंडी-ठंडी बयार
मस्ताना मौसम
है प्रभु आपकी रचना
सुन्दर अलबेली है....
😍😍🙂🙂☺️☺️☺️



कविताऐं


कविताऐं

रातें हमारी
ख्याल तुम्हारा
हर दिन का
किस्सा हमारा...
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂☺️☺️
कभी हमें भी 
याद कर लिया करो दोस्तो
हम तो हिचकी आने से ही  
खुश हो जाते हैं...
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂
ये किताब भी मेरी
जज्बात भी मेरे
पढ़ सको तो पढ़ लो....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂
बहुत सोचा
यादों से निकलना 
इतना आसान तो नही.....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


कविताऐं


छोड़कर अपनों को, 
किस किस से 
उम्मीद जगाये बैठे हो ।
इस जहां में लोग 
बहारों की चाहत में, 
चमन छोड़ जाते हैं ....



अपने पर 
ये गरूर कैसा 
एक बार तो
आइना तो देख लेते .......




मत खोलो 
मन की गांठों को
यूँ कैंचियां चला कर 
प्यार से भी तो 
खुल सकती हैं ये गांठे 
एक बार आजमा के तो देखो....


एक दिन तो 
सब का हिसाब होगा
ये जिंदगी 
कर्मों की किताब है..

🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂