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शिक्षक दिवस

शिक्षक दिवस
( 5 सितंबर )

आज शिक्षक दिवस है और भारत में शिक्षक का मतलब होता है गुरु. हमारे देश में सबसे अधिक गुरु को महत्व दिया है उन्हे ईश्वर के तुल्य मानकर गुरुदेव कहा जाता है ;

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरा
गुरुर्साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः

अर्थात......
गुरुर ब्रह्मा – गुरु ब्रह्मा सृष्टिकर्ता के समान हैं.
गुरुर विष्णु – गुरु विष्णु संरक्षक के समान हैं.
गुरुर देवो महेश्वरा – गुरु प्रभु महेश्वर विनाशक के समान हैं.
गुरु साक्षात – सच्चा गुरु आँखों के समक्ष.
परब्रह्म – सर्वोच्च ब्रहम.
तस्मै – उन एकमात्र को.
गुरवे नमः – उन एक मात्र सच्चे गुरु को मैं नमन करता हूं.

आज हम जो भी है अपने गुरु की कृपा से है. माता से लेकर अपने अपने व्यवसाय तक हमने बहुतों से बहुत कुछ सीखा है. हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारा जन्म भारतवर्ष की पावन भूमि में हुआ है अर्थार्थ हम कह सकते है की ज्ञान का जन्म भारत में ही हुआ है, वेद और पुराण इसके गवाह हैं. विश्व गुरु श्री कृष्ण ने गीता मैं ज्ञान का जो उपदेश दिया है उसे पूरा विश्व मानता है.

वर्तमान में शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए  कई संस्थान और डिजिटल प्लेटफार्म अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है. ऑनलाइन मुफ्त शिक्षा ने तो शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है ऐसे में हम डिजिटल युग के अपने महान गुरु "गूगल" को कैसे भूल सकते हैं जो चुटकियों में हमारी समस्याओं का समाधान कर देते हैं,  ज्ञान का भंडार रखते हैं और नित्य नया सिखाते रहते हैं.

आओ प्रण लें कि प्रत्येक दिन हम कुछ ना कुछ नया सीखते की कोशिश को जारी रखेंगे.  किसी महान व्यक्ति ने सच ही कहा है
"पालन से कब्र तक शिक्षा प्राप्त करते रहो...."