रिटायरमेंट के बाद क्या ,???
आदमी रिटायर्ड होने के बाद सोचता है कि वो बेकार और नकारा हो गया है. ये गलत विचार है वैसे सही माइने में रिटायरमेंट के बाद ही आपके पास खुद के लिए समय होता है जब आप समय का उपयोग कर सकते हैं.
रिटायरमेंट को सही तरीके से बिताने के लिए हमारे पास कई विकल्प हैं जिनको अपनाकर हम समय के साथ साथ नए विषय सीख सकते हैं जैसे....
1. कोई हॉबी अपनाएं जिसे आप नौकरी में रहते हुए समय नहीं दे पाए या नई हॉबी अपनाएं जैसे स्केचिंग, पेंटिंग, गार्डनिंग, या संगीत, इनसे आपको आनंद भी मिलेगा और समय भी बीत जाएगा.
2. समाज सेवा से आपको संतुष्टि मिलेगी और आप समाज के लिए कुछ अच्छा कर पाएंगे जैसे यदि आप डॉक्टर रिटायर हुए हैं तो मुफ्त सलाह दे सकते है या जिस प्रोफेशन का अनुभव है उसे समाज के जरूरतमंद लोगों से साझा कर सकते हैं.
3. आजकल बहुत से ऑनलाइन शिक्षण संस्थान हैं जिनसे आप मुफ्त या न्यूनतम फीस से अपने मन पसंदीदा विषय पर शिक्षा प्राप्त कर सकते है जैसे कि स्केचिंग, फोटोग्राफी, कुकिंग, या कोई भाषा. किसी विद्वान ने कहा है पालन से कब्र तक शिक्षा प्राप्त करते रहो.
4. मनपसंद पुस्तकें पढ़ना बहुत ही अच्छी हॉबी है यह एक अच्छा तरीका है समय बिताने का और ज्ञान बढ़ाने का भी.
5. मित्रों और रिश्तेदारों से मिलते रहें इससे आप अपने विचार और यादें साझा कर सकते हैं. यात्रा का प्रोग्राम बना सकते हैं इससे आपकी खुशी दोगुनी हो जाएगी.
6. कोई क्लब या सोसाइटी ज्वाइन कर ले जो विभिन्न एक्टिविटीज मे भाग लेती हैं.
7. यदि आप अध्यात्म में रुचि रखते हैं तो मंदिर जाएं, धार्मिक उपदेश सुनें.
8. पर्यटन समय बिताने और नई जगह देखने का मजबूत विकल्प है यदि यात्रा ग्रुप में की जाय तो आपको नए अनुभव मिलेंगे और आप नए लोगों से मिल भी पाएंगे.
9. आजकल पूरे विश्व मे ध्यान और योग का डंका बज रहा है. ध्यान और योग करने से आपको शारीरिक और मानसिक शक्ति मिलेगी जो आपके स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करेगी.
10. लेखन भी एक अच्छी हॉबी है. यदि आपको लिखने का शौक है, तो आप अपने अनुभव अपने ब्लॉग या अन्य सोशल मीडिया के द्वारा साझा कर सकते हैं. कहानियां और लेख आजकल बहुत पढ़े जाते हैं
11. आप अपनी मर्जी से से भी कोई हॉबी अपना सकते हैं.
बुढ़ापे को बोझ नहीं सुखद अवसर मानिए और जीने का नया तरीका ढूंढिए..