लेख लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
लेख लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

ज्ञान की बातें


लिखना पढ़ना....

लिखना और पढ़ना सबसे अच्छी आदत है... पढ़ना आपकी कल्पना शक्ति को विकसित करता है और आपको विभिन्न विषयों पर ज्ञान पाने का सौभाग्य प्रदान करता है...

किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त हैं क्योंकि ये आपका आत्मविश्वास बढ़ाती हैं जिससे आपका मूड ठीक रहता है.... एक बार जब आप कुछ भी पढ़ना शुरू करते हैं, तो आप एक पूरी नई दुनिया के ज्ञान का अनुभव करते हैं..

चलो फिर वादा करो : आज से ज्ञानार्जन और कुछ नया सीखने के लिए कुछ ना कुछ तो पढ़ते हैं....
😆😆😆😆😆🙂🙂🙂😃😃😃😃😃😃😃😃😃

शिव.......

शिव अविनाशी
हरते मानव त्रास
कण्ठ नाग विराजे
खुद करते विषपान
हरते सबके कष्ट
मेरे प्यारे भोले नाथ.....
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌ उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌
☺️☺️☺️😊😊😊🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞

जिंदगी..

कभी तो घर से बाहर निकलो दोस्तो
फ़िज़ा में एक बार खो कर तो देखो 
इस जिंदगी को कभी
किताबें हटा के भी देखो दोस्तों..

तो फिर चल
कहीं दूर निकल जाएं.........
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂😊😊😊😊😊😊😊😊😊

वक्त....

वक्त को यूं वेवजह 
जाया ना किया जाए..
कुछ तो वक्त 
घूमने के लिए भी निकला जाए.....

बिखरी हो गर जिंदगी
जिंदगी को सजाया जाय... 
चाहे एक कप काफी ही हो
हमारे साथ भी हो जाए...

बस याद रहे
वक्त तो जाया ना किया जाय..
कहीं भी घूमने निकल लिया जाए...
☺️☺️☺️☺️☺️🙂🙂🌞🌞🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂

प्रकृति....
कितनी सुंदर है 
ये धरा 
हरा आँचल, 
नीला आकाश
माथे पे सिंदूरी बिंदिया
ऊंचे ऊंचे पर्वत, 
हरे भरे वृक्ष
चहुंओर उजियारा
कितना प्यारा
ये संसार हमारा.........
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂😊😊

शिक्षक दिवस

शिक्षक दिवस
( 5 सितंबर )

आज शिक्षक दिवस है और भारत में शिक्षक का मतलब होता है गुरु. हमारे देश में सबसे अधिक गुरु को महत्व दिया है उन्हे ईश्वर के तुल्य मानकर गुरुदेव कहा जाता है ;

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरा
गुरुर्साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः

अर्थात......
गुरुर ब्रह्मा – गुरु ब्रह्मा सृष्टिकर्ता के समान हैं.
गुरुर विष्णु – गुरु विष्णु संरक्षक के समान हैं.
गुरुर देवो महेश्वरा – गुरु प्रभु महेश्वर विनाशक के समान हैं.
गुरु साक्षात – सच्चा गुरु आँखों के समक्ष.
परब्रह्म – सर्वोच्च ब्रहम.
तस्मै – उन एकमात्र को.
गुरवे नमः – उन एक मात्र सच्चे गुरु को मैं नमन करता हूं.

आज हम जो भी है अपने गुरु की कृपा से है. माता से लेकर अपने अपने व्यवसाय तक हमने बहुतों से बहुत कुछ सीखा है. हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारा जन्म भारतवर्ष की पावन भूमि में हुआ है अर्थार्थ हम कह सकते है की ज्ञान का जन्म भारत में ही हुआ है, वेद और पुराण इसके गवाह हैं. विश्व गुरु श्री कृष्ण ने गीता मैं ज्ञान का जो उपदेश दिया है उसे पूरा विश्व मानता है.

वर्तमान में शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए  कई संस्थान और डिजिटल प्लेटफार्म अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है. ऑनलाइन मुफ्त शिक्षा ने तो शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है ऐसे में हम डिजिटल युग के अपने महान गुरु "गूगल" को कैसे भूल सकते हैं जो चुटकियों में हमारी समस्याओं का समाधान कर देते हैं,  ज्ञान का भंडार रखते हैं और नित्य नया सिखाते रहते हैं.

आओ प्रण लें कि प्रत्येक दिन हम कुछ ना कुछ नया सीखते की कोशिश को जारी रखेंगे.  किसी महान व्यक्ति ने सच ही कहा है
"पालन से कब्र तक शिक्षा प्राप्त करते रहो...."









जगदीश जी का मंदिर गोनेर जयपुर

श्री लक्ष्मी जगदीश मंदिर, 
गोनेर, जयपुर

जयपुर शहर से करीब 20 KM दूर गोनेर में स्थित है श्री लक्ष्मी-जगदीश महाराज जी का करीब 500 वर्ष पुराना मंदिर .. ऐसा कहा जाता है कि इस गांव के किसान के सामने लक्ष्मी-जगदीश भगवान साक्षात प्रकट हुए और जमीन में दबी अपनी मूर्तियों को को बाहर निकालकर विधिपूर्वक स्थापित करने का आदेश भी दिया था...  

एकादशी के दिन यहां भक्तों का मेला लगा रहता है.. यहां मालपुए, दाल और मिर्ची की सब्जी जिसे टपोरे कहते हैं, लाजबाब होते हैं..

कहा जाता है कि मुगल शासन के दौरान इस मंदिर को बहुत नुकसान पहुंचाया गया था ...जयपुर राजघराने तथा अन्य भक्तों के सहयोग से मन्दिर का पुनः निर्माण कराया गया.. मंदिर का प्रवेश द्वार और मुख्य मंडप संगमरमर से बना हुआ है ..

मंदिर के पास ही एक तालाब है और एक पुरानी बावड़ी भी है.. गोनेर ग्राम में राजा महाराजाओं द्वारा निर्मित एक पुरानी  हवेली भी है जिसमे आजकल राजकीय शिक्षक प्रक्षिक्षण संस्थान  चलता है..

पर्यटक जो चोखी ढाणी जाते हैं और यह मंदिर भी देखना चाहें  तो हैं गोनेर ; चोखी ढाणी से करीब 8 KM दूर होगा.. हां शुद्ध ग्रामीण परिवेश का आनंद मिलेगा आपको यहां...


मंदिर का प्रवेश द्वार


पुराने किले में स्थित शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान


पुरानी बावड़ी


तालाब 

😊😊☺️☺️

कविताएं


कोई दे दे पंख मुझे
परिंदा बन उड़ना चाहता हूँ
मंज़िल नहीं ये जमीं मेरी
आसमान छूना चाहता हूँ...
😃😃😃😃🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🧁🧁🧁🧁🧁🧁


घनघोर काली घटाएं
गरजते बादल
दिन में रात का सा अहसास
अरे ये तो बारिशों का मौसम है
मौसम मौसम, लवली मौसम...
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


मैं कैसे करूं
सुबह का इंतजार
मुझे रातभर
नींद नहीं आती
🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🤥🤥🤥🤥🤥🤥🤥🤥🤥🤥



When I read or write, I feel joy within my soul. I write to share my feelings about life and others in a beautiful way.

Reading and writing make me happy because when I read and write, I feel the experience of life's pain and joy.

Start reading and writing. You can read atleast two pages daily and write a page on any subject, it may be anything.

Have a joyful day.
www.gkkidiary.blogspot.com
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🧁🍅🍅🍅🙂🙂🙂

पुस्तकें


मैं और मेरी पुस्तकें 

आज विश्व पुस्तक दिवस है.. यूनेस्को ने पहला विश्व पुस्तक दिवस 23 अप्रैल 1995 को मनाया था. यह दिवस महान लेखकों की याद में मनाया जाता है.

किताबे बहुत अच्छी होती है, आपके घर की मिनी लाइब्रेरी किसी तिजोरी से कम नहीं है जिसमें असीम ज्ञान का भंडार भरा होता है.

मुझे बिना किताबों का कमरा ऐसा लगता है जैसे शरीर से आत्मा गायब है.

जो अपनी भावनाओं को एकत्र कर कविता कहानी या लेख लिखते है उनकी आत्मा सदियों तक इस जमीन में जिंदा रहती हैं.

अच्छी वाइन, अच्छा जीवन साथी, अच्छे मित्र, अच्छी किताबें और साफ़ अंतःकरण : वाले व्यक्ति अगर आपके पास हैं तो आपका जीवन एक आदर्श जीवन है.

बदलते युग में ऑडियो किताबें, ई बुक्स और अन्य डिजिटल पत्रिकाएं कितनी भी हो लेकिन किताबों की महक कभी भी खत्म नहीं होगी .

खेत हो, खालियान हो या नदी का किनारा... आप कभी तन्हा हो ही नहीं सकते जब किताबे आपके साथ हों..

मैं अच्छी किताबों पर 100 प्रतिशत भरोसा करता हूं.. क्योंकि किताबें ; मित्रों में सबसे शांत और स्थिर हैं ; सबसे सुलभ और बुद्धिमान हैं, और धैर्यवान भी हैं.

आओ प्राण करें की रोज कम से कम एक पृष्ठ रोज पढ़ेंगे और उस पर मनन भी करेंगे..





विश्व धरोहर दिवस

विश्व धरोहर दिवस

आज विश्व धरोहर दिवस है...  समस्त विश्व की प्राचीन धरोहरों के साथ साथ हमारे भारत देश मे बहुत सी धरोहरें है जिन पर हम हर भारतवंशियों को गर्व होता है... हमारी प्राचीन भारतीय धरोहरों को देखने के लिए देश से ही नहीं बल्कि  सुदूर विदेश से भी बड़ी संख्या में लोग भारत आते हैं...

आओ मित्रों प्राण करें कि हम इन धरोहरों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचायेंगे और भारत देश की विरासत का संरक्षण करने का पवित्र संकल्प लेंगें... क्योंकि पुरातात्विक एवं प्राकृतिक धरोहरें हमारी महान गर्वीली  संस्कृति का प्रतीक हैं..

जय हिंद

शिक्षा

शिक्षा...

शिक्षा हमारे लिए कितनी महत्वपूर्ण है यह हम सभी जानते हैं आजकल बच्चे भी इस बात को समझते हैं की उच्च शिक्षा ही उन्हें उच्च शिखर तक पहुंचा सकती है.

याद रहे, चाहे हम बच्चे हों या बूढ़े, जीवन को सफल बनाने के लिए हमें पालन से कब्र तक कुछ ना कुछ तो सीखते ही रहना चाहिए क्योंकि बिना शिक्षा के कोई भी व्यक्ति ऊंचाइयों को नहीं छूं सकता है

अगर कुछ सीखना है या जानना है तो दुनिया की खूबसूरती इन आँखों के और ज्ञान के साथ ही देखी जा सकती हैं क्योंकि शिक्षा में ही सबसे ज्यादा पॉवर होती है और इसके सहारे पूरे संसार को बदला जा सकता है.

शिक्षा के प्रति कुछ महान व्यक्तियों के विचार..

शिक्षा जीवन का सबसे बड़ा काम है. यह हमें हर चीज के पीछे का अर्थ खोजने की अनुमति देता है.
**एडवर्ड एवरेट

शिक्षा का ये मतलब नहीं है कि आपने कितना कुछ याद किया हुआ है, या ये कि आप कितना जानते हैं.  इसका मतलब है आप जो जानते हैं और जो नहीं जानते हैं उसमे अंतर कर पाना.
** अनाटोले फ्रांस

बच्चों को शिक्षित किया जाना चाहिए , पर उन्हें खुद को शिक्षित करने के लिए भी छोड़ दिया जाना चाहिए.
**एर्न्स्ट डीम्नेट