सावित्री मंदिर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सावित्री मंदिर लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

पुष्कर



पुष्कर झील और सावित्री मंदिर 
पवित्र पुष्कर झील, अजमेर से लगभग 10-12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह पवित्र् झील, राजस्थान ही नहीं भारत के लोगो के लिए पसंदीदा और अध्यात्मिक जगह है.  पुष्कर छोटी छोटी पहाड़ियों से घिरा हुआ है. यहाँ ब्रह्मा जी का एक प्राचीन मंदिर है कहा जाता है की  भगवान ब्रह्मा जी का यह प्राचीन मंदिर पूरी दुनिया में एक ही है. पुष्कर हिंदुओं का परम तीर्थ है जहाँ मृत आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है .
हिन्दू शास्त्रों के अनुसार, पवित्र पुष्कर झील को “तीर्थ राज” के रूप में जाना जाता है, कहा जाता है की कोई भी तीर्थ पवित्र पुष्कर झील में स्नान के बिना पूरा नहीं होता. पुष्कर में करीब 50 और 400 से अधिक मंदिर हैं.  झील के चारों और घाट और मंदिर बहुत ही सुन्दर लगते हैं. यही कारण है कि सदियों से धर्मावलम्बी, लेखक, कलाकार अपनी-अपनी कलाओं को निखारने के लिए पुष्कर आते जाते रहते हैं . ब्रह्मा मंदिर के अलावा यहाँ बालाजी मंदिर, रंगनाथ जी का मंदिर, मन मंदिर, वराह मंदिर, आत्मेश्वर महादेव मंदिर आदि भी श्रद्धा के प्रमुख केंद्र हैं.  


मुझे पुष्कर नगरी हमेशा से चुम्बक की तरह खींचती है सच में इस शहर में एक जादू है. अक्टूबर / नवम्बर माह में वार्षिक मेले के दौरान यह नगरी देशी विदेशी लोगों से भर जाती है.


बारिश के दिनों में पुष्कर झील का : गऊ घाट से लिया गया चित्र 


मनोरम घाटों और सरोवर का सुन्दर दृश्य 

पुष्कर सरोवर के घाटों पर स्नान करते हुए श्रद्धालु


अजमेर से जब पुष्कर जाते हैं तो रस्ते में प्रताप स्मारक जरूर देखें यहाँ से अजमेर के सुन्दर द्रश्य नजर आते हैं . आप आना सागर झील भी देख सकते हैं . पहाड़ी मार्ग पर स्थित यह जगह बहुत सी सुन्दर है . 





सावित्री मंदिर


भगवान ब्रह्मा जी की प्रथम पत्नी, सावित्री देवी जी, को समर्पित यह मंदिर ब्रह्मा मंदिर के पीछे एक पहाड़ी में स्थित है। मंदिर तक पहुँचने के लिए कई सीढियाँ चढनी होती हैं वैसे पर्यटकों की सुविधा के लिए सरकार ने यहाँ रोप वे की सुविधा भी दी है .  सावित्री मंदिर प्रांगण से पुष्कर सरोवर और आसपास के गाँवों का मनमोहक दृश्य देखने को मिलता है। खासकर बारिश के दिनों में पुष्कर हरा भरा हो जाता है जिससे और भी सुन्दर हो जाता है 



सावित्री माता के मंदिर से पुष्कर का विहंगम दृश्य . पुष्कर सरोवर यहाँ से साफ़ दिखाई दे रहा है . 


सावित्री माता मंदिर जहाँ आप बंदरों की अठखेलींया  देख सकते हैं . आपको इनसे सावधान भी रहना है ये खाने की चीजों के बहुत शौक़ीन हैं . 

पुष्कर में आप रेगिस्तान का आनंद भी ले सकते हैं . आपका ब्लॉगर मित्र एक बंजारा गायक के साथ 

पुष्कर की शान है ऊंट ; आप यहाँ के रेगिस्तानी जगहों की  सैर ऊंट की सवारी के साथ जरूर करें . आपको रेगिस्तान् की सैर का आनंद आ जाएगा.  आप यहाँ पर्यटकों  को " केमल सफारी" का आनंद लेते हुए और फोटोग्राफी करते हुए भी देख सकते हैं . 

पुष्कर के रेगिस्तान की एक झलक और दूर दिखाई देते हुए बंजारों के घर .