सांभर झील लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
सांभर झील लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

सांभर झील


सांभर झील
राजस्थान, एक बेहद ही सभ्य, एतिहासिक और खूबसूरत राज्य है जिसका स्लोगन है “पधारो म्हारे देश” क्योंकि यह अपनी महमान नवाज़ी के लिए जाना जाने वाला राज्य है जो अपनी खूबसूरती दिखाने के लिए सम्पूर्ण विश्व को न्यौता देता है.  आदर-सत्कार और परंपराओं को मानने वाले इस राज्य को देखने के लिए पर्यटक दुनिया भर से आते हैं.
राजस्थान की राजधानी जयपुर से करीब 80 किलोमीटर दूर सांभर झील भारत की सबसे बड़ी अंतर्देशीय नमक की झील है. यह झील करीब 23 किलोमीटर क्षेत्र में फैली है इस झील को 'थार रेगिस्तान का उपहार भी' माना जाता है. सांभर लेक के किनारे किनारे घुमते हुए आप देखेंगे की दूर दूर तक जहाँ तक नजरें जायेंगी नमक की सफ़ेद चादरें और खारा पानी ही दिखाई देंगा. राजस्थान सरकार पर्यटन की द्रष्टि से इस जगह को विकसित कर रही है यहाँ हेरिटेज ट्रेन का सञ्चालन और रिसॉर्ट्स भी बनाये जा रहे हैं .
सांभर झील से गुजरने वाली सड़कों  के किनारे जहाँ भी देखो नमक की नमक 

किवदंती कथाओं के अनुसारमहाभारत काल के दौरान पुजारी शुक्राचार्य भी यहाँ रहते थे, उन्होंने अपनी बेटी देवयानी का विवाह भारत के सम्राट राजा ययती से किया था. देवयानी का मंदिर आज भी ​​यहां स्थित है.  हिंदू मान्यता के मुताबिकचौहान राजपूतों की रक्षक शाकम्भरी देवी का भी मंदिर यहाँ स्थापित है और ठीक शाकम्भरी माता के  मंदिर के सामने भैरब मंदिर भी है.

भैरब मंदिर से लिया गया शाकम्भरी माता के मंदिर का दृश्य 


शाकम्भरी माता के मंदिर के ठीक सामने श्री भैरब मंदिर 


सांभर शहर से शाकम्भरी माता के मंदिर के मार्ग में बहुत से सुन्दर गावं आते हैं जहाँ आप गाँव के सुन्दर तालाबों और छोटे छोटे मंदिरों के दर्शन का आनंद प्राप्त कर सकते हैं 



सांभर झील के एक गाँव की चोपाल पर बैठे ग्रामवासी बातों के साथ चाय का आनंद लेते हुए 



सांभर के एक गाँव में स्तिथ मंदिर और तालाब के किनारे गायों का झुण्ड  


रेलवे ट्रैक जिस पर साल्ट कंपनी की ट्रेन और पर्यटक ट्रेन चलती है  



रेल इंजन जो नमक की  बोगियों को नमक संग्रह केंद्र से फैक्ट्री तक ले जाता है 


सांभर झील का विहंगम दृश्य 


सांभर झील में सुंदर गुलाबी फ्लेमिंगो, सारस, पेलीकन, रेडशेंकस, टिटिहरी और काले पंखों वाला स्टिल्स यहाँ देखने को मिल जाते हैं. सांभर झील बॉलिवुड की भी पसंद है कहा जाता है यहाँ फिल्म 'पीके' के कुछ सीन फिल्माए गए थे इसके साथ 'दिल्ली 6', 'रामलीला' और फिल्म 'शेर'  इत्यादि  फिल्में भी इसी जगह फिल्माई गई थी. शाकम्भरी माता मंदिर के पास खुले मैदान में 'जोधा अकबर', 'द्रोणा' और 'वीर' जैसी कई बॉलिवुड फिल्मों के लड़ाई वाले सीन शूट किए हैं. इसके अलावा फिल्म रामलीला के भी कुछ सीन देवयानी मंदिर के पास फिल्माए गए थे.

नेचर लवर्स के लिए सांभर झील बहुत ही उम्दा जगह है जहाँ जाने का सही समय अक्टूबर से मार्च तक हैं. सांभर झील जयपुर शहर से करीब 80 किमी की दूरी पर स्थित है। जहाँ आसानी से स्थानीय टैक्सी और निजी कारों से पहुंचा जा सकता है. जयपुर से रेल द्वारा भी जाया जा सकता हैं सांभर झील के पास ही सांभर लेक रेलवे स्टेशन है जहाँ दिल्ली, आगरा, मुंबई, चेन्नई, बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, अहमदाबाद जैसे बड़े शहरों से डायरेक्ट ट्रेन आती हैं.