यादें

यादें...

चाँद चुरा के लाया हू
चल बैठे चर्च के पीछे
ना कोई देखें ना पहचाने
बैठे पेड़ के नीचे....

चल दरिया पर कश्ती लेकर
दूर कही बह जाये
अरे ढूंढ ना पाये बस्ती वाले
साहिल से कह जाये...

फिल्म : देवता के सौजन्य से


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