कविताएं, यादें, स्केच


कहाँ से चले थे
कहां रुक गये 
यादों के दरिया में
अरमान बह गये ...
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


शरमा जाती हैं 
यादें भी
जब सुहाने पल
याद आते हैं...
😀😀😀😀🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


राजस्थान 
पधारो म्हारे देश
अवतरित हुए जहां
ममहाराणा प्रताप
पहनकर बहादुरी का भेष..
बचाई लाज हिंदुस्तान की
वीरों की रख ली लाज...
वीर भूमि राजस्थान को 
नित नित करूँ प्रणाम
जय राजपुताना
जय जय राजस्थान..
😊😊😊😊😊🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


हे प्रभु, 
नास्तिक तो नहीं था मेँ .....
बच्चियों पर दरिन्दगी,
नास्तिक बनने को मजबूर में..
😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭





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