घूमते हैं

चलो घूमते हैं...

खोये से हम
अनजानी सी मंजिलें
फिर भी देखो
पहाड़ पुकारे
झील पुकारे 
नदियां पुकारे
सागर पुकारे
रेगिस्तान पुकारे
और कहीं दूर 
कोई अपना भी पुकारे
आजा परदेशी 
मेरा देश बुलाये....

चलो फिर से 
सम्हल जाएं
क्यों ना कहीं
दूर निकल जाएं..
😂😂🙂🙂

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