पहाड़ी

प्रातःकाल..

सूरज निकला
चले कदम जंगल की ओर
अटल ; चीड़ के पेड़ सी
नदिया सी बल खाती
हवा सी लहराती..
चढ़ जाती झटपट पहाड़
बालों में बुरांशी का फूल
डलिया में काफल
आसमान छूना चाहती है
ये पहाड़ी लड़की......
😊😊😊😊😊

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