महफ़िल


महफिल...

आ गए हो तुम, 
मेरी मेहफ़िल में.
तो होगा आज समां, 
आतिशबाजी का...
फुलझड़ी सी होंगी, 
ग़ज़लें तुम्हारी...
कविताओं से भरा 
मेरा अनार होगा
साथ में एक गिलास 
सोमरस  का भी भरा होगा...

🙂🙂🙂🙂

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