श्री गणेश प्रार्थना
एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्ं
विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्
भावार्थ- भगवान श्री गणेश जो एक दांत से सुशोभित हैं, विशाल शरीरवाले हैं, लम्बोदर हैं, गजानन हैं तथा जो विघ्नोंके विनाशकर्ता हैं, मैं उन दिव्य भगवान् लंबोदर को प्रणाम करता हूं
हे प्रभु आपसे मेरी एक व्यक्तिगत प्रार्थना है, कृपया इसे ध्यान से सुने.........
हे प्रभु आप भी गणेश
मैं भी गणेश
आपके पास दो दो
मेरे पास एक भी नहीं ; क्यों??
चलो ये ही बतला दो...
देखो प्रभु..
आप राजा ऊपर के
फिर में यहां गरीब क्यों
मुझे भी इस जयपुर में
कोई छोटा मोटा
राजपाट दिलवा दो...
देखो प्रभु..
आप खाते मोदक
में खाता घास फूस
इस अकेले को कभी तो
कोई स्माल पिज़ा ही खिला दो...
आपकी सवारी
बिन पेट्रोल वाली
मेरी गाड़ी में थोड़ा सा
पेट्रोल ही डलवा दो ..
हे प्रभु
मेरे गणेश
इस गणेश की भी
कभी तो सुध
ले लिया करो....
😀😀😀😀
ॐ श्री गणेशाय नमः
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