कविताएं
तन्हाईयां
झांकती है खिड़की से
करती है आज भी
तुम्हारा इंतजार....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂
एक नज़र देख लूं
उन बीते हुए लम्हो को
ए लम्हो
कुछ पल ठहरो....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂
अपना अपना अंदाज़ है
जिंदगी जीने का ए "जीके"
हम तो आसुंओं के सहारे भी
मुस्कुराते रहते हैं....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂
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