कविताएं

मेरे हमदम....

मेरे हमदम
जहां भी रहो
मेरी ज़िंदगी का 
हिस्सा बने रहना
चाहे यादों में
या ख्वाबों में 
जब तक ये जिंदगी 
सलामत है मेरी
मेरी जिंदगी का 
किस्सा बने रहना.....


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