साथ साथ

अनजान राहें. 

अनजान राहों की
कोई मंजिलें नहीं होती
आओ चलें साथ साथ...

कहीं बारिश, 
कहीं तूफान
सफर अनजान
क्यों ना चलो चलें 
साथ साथ..

अभी तो चलना है मीलों
नई मंजिलो की भी है तलाश
आओ फिर चलें साथ साथ...

😊😊😊😊😊😊

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