परवरिश


परवरिश...

परवरिश का जीवन पर गहरा और स्थायी प्रभाव पड़ता है क्योंकि यह उनके शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास को आकार देता है. 

सकारात्मक परवरिश बच्चों को आत्मविश्वास, स्वस्थ संबंध और जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने में मदद करती है. 

वर्तमान में पैरेन्टिंग का उद्देश्य अच्छे स्कूल में पढ़ाना, उनकी ऊंची फीस जमाकर उन्हें डॉक्टर इंजीनियर बनाना और ढेर सारे पैसे कमाना सिखाना लेकिन इस आंधी दौड़ में वो इंसानियत सिखाना भूल जाते है. 

आजकल बच्चे रिश्ते नाते सब भूल रहे हैं क्योंकि उन्हें रिश्तों के प्रति द्वेष सिखाया जाता है जिसका परिणाम स्वछंदता और वृद्धाश्रम का जन्म.
परवरिश ढंग से हो यह ज्यादा जरूरी है.


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