कविताएं

वक्त की नज़ाकत तो देखो
इन आंखों की सजा तो देखो
कभी बरसती हैं तो 
कभी तरसती हैं.......
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


टप..टप.. टप.. टप ..
कहीँ गिरते हैं आंसू
कहीं बरसता है..पानी
यही है 
"जीवन एक कहानी" ....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


कभी धूल
कभी बरसात
कभी बाढ़ 
कभी हरियाली
मौसम तुम भी ना
मासूम जिन्दगीयों से
खेलती रहती हो.....
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


ये बरसात का बादल
तो आवारा पागल दीवाना है 
ना जाने किस किस के
तन मन को भिगोयेगा 
😀😀😀😀😀🙂🙂🙂🙂🙂🙂


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