कविताऐं : जिदंगी

लाओ पोंछ दूँ 
तुम्हारे माथे का पसीना
ऐ, ,जिंदगी,,
तुम भी थक गई होंगी 
मेरा गला घोंटते,,घोंटते...
😂😂😂😂😂😂😂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


ये भी याद रख ले
जो कल तक धन कुबेर थे
जब मरे 
तो निधन हो गए....
😃😃😃😃😃😃😃😃😃😃🙏😃🙏😃😃


सुबह 
जिंदगी की आशाएं लाती हैं
शाम जिंदगी को
अनुभव दे जाती हैं..
😊😊😊😊😊🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂😁😁


जिंदगी बची रहे
इतना ही काफी है
रातें भी तो अपनी ही हैं
उजालों के इंतज़ार में
ये भी काट ही लेंगें......
🙂🙂🙂🙂😃😃😃🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


मेरी बातों का बुरा ना मानना
ए जिंदगी।
में वक्त हूं
ना जाने कब धोका दे जाऊ.......
😃😃😃😃😃😃😃😁😁😁😁😁🙂🙂😃😃


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