ये क्या हो रहा है

ये क्या हो रहा है
नेता जी परेशान हैं
और वोटर लाल हो रहा है
आरे यार "चुनाव" पास आ रहा है

इस जोड़ तोड़ की राजनीती में
कोई नही होती है नीति
हर किसी को है सीट से प्रीती
हर कोई हतियाने में लगा है

नेता लड़ रहे हैं
तू मुझे "ये" देगा तो में गठबंधन करूँगा
नहीं तो अकेले हे लडूंगा

वोटर परेशान है हैरान है
इधर कुआ उधर खाई है
वोट लेने वाला अभी भाई है
बाद में कसाई है

याद रख मेरे दोस्त
बकरे का तो एक ही दिन
कटने का होता है

उठ जा जाग जा
और बगावत कर
वोट का उपयोग कर ............

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