कवितायें

नेता जी की जीत

जीत के बाद नेता जी
नेता के मन मैं
आ जाती है खोंट
जब उसे मिल जाते है वोट
जीत के बाद
जनता के मतदान से
देश के नव निर्माण के नाम पर
फिर जनता को जम कर लूटते है ।


दहेज

दहेज के अभाव में
गरीब की बछिया
कसाई को
सोप दी जाती है ।


नेताओं की चाल

जब तक हिन्दू मुस्लिम
आपस मे लड़ते रहेंगे
तब तक नेताओं से
लुट्ते रहेंगे


नेता जी की जीत का जश्न

नेताजी की जीत की खुशी
राज्य में भयंकर सूखा पडा था
खेत नदी बावडी सब सुख गये थे
पीने का पानी खत्म हो गया था
निरीक्शण पर आये
नेताजी आगमन पर
जम के शराब परोसी गयी
रात भर सब मदहोश थे
अगले दिन अखबारों में
मोटे मोटे अक्शरों में खबर छपी थी
कि पानी की कमी से 18
दारू पीने से 150

जीके इंडियन

कोई टिप्पणी नहीं: