घाटी

घाटी 

ओ चित्रकार
आज चित्रमय हो गई है
यह कुसुमित घाटीबैठकर एक चित्र बनाये

ओ संगीतकार
आज संगीत से भर गई है
यह संगीतमय घाटी
आओ मिलकर कोई गीत गएँ

ओ पथिक
प्रकृति की गोद है
ये कुसुमित घाटी
आओ कुछ क्षण विश्राम करें

ओह कवि
आज कवितामय हो गई
यह कुसुमित घाटी
आओ कोई कविता लिखें।
आओ कोई कविता लिखें ॥
----  मेरा एक प्रयास 

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