मधुशाला
मुलाकात हुई तुमसे
होंठ कापें
हाथ भी थरथराये....
फिर दिल ने कहा
ए "ओल्ड मोंक"
तुम बिन
जाएं भी तो
जाएं कहाँ..
😊😊😊😊
उफ...घना अंधेरा है
दीए जलाओ
रोशनी के लिए
रोशनी कम हो जहाँ
और तेल डाल आओ..
जब शाम ढल जाए
एक पैग बनाओ
मन के दिये से
अंधेरा दूर करो...
सजाओ
कुछ पन्ने
यादों के भी
क्यों ना एक
किताब ही लिख डालो
चलो फिर पीओ और पिलाओ...
😁😁🍺🍺
उदास शामों को
हसीन बनाइये...
कुछ गाईये
कुछ गुनगुनाइए
कुछ सुनिए
कुछ सुनाईये
कुछ ना कर सको तो
एक पैग ओल्ड मोंक का
हमारे साथ लीजिये...
क्योंकि
जिंदगी ना मिलेगी दुबारा.....
😊😊😊😊
दिल की बातें अक्सर
छिपी रहती हैं
मुस्कुराहटों और कहकहों में...
हमने तो हंसते देखा है
हर शख्श को मेहख़ानों में......
😊😊😊😊
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