बारिशों का मौसम..........
ये बारिशों का मौसम है
लफ्जों में पिरो दूँ तुम्हें,
या एहसासों में रहने दूँ. ...
साँसो में बहने दूँ तुम्हें,
या फ़िजाओ में बिखेर दूँ... ....
पलकों में छुपा लूँ तुम्हें,
या रूह में बसा लूँ... ....
इस बारिश के मौसम में,
तुम्हे क्या सज़ा दूँ,...
ये शाम मस्तानी.....
कभी शाम को मिलो
अदरक वाली चाय पीयेंगे
हम अपने "मन की बात" कहेंगे
तुम कोई किस्सा सुनाना
इसी तरह ये शाम गुजारेंगे..
ओल्ड मोंक और मैं.....
Old Monk Has Followers...
Not Fans
🙂🙂🙂
Two monks together
Follower of each other....
दो संन्यासी, साथ साथ
एक दूसरे का थामें हाथ....
😀😀😀😀
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