नव दिवस

नव दिवस

रात ने फांदी 
दिन की दीवार
चाँद छुप गया कहीं...

लो अब निकल आया सूरज भी
पक्षी गुनगुनाने लगे 
चहुँओर फैला है उजियारा
मन प्रफुल्लित हुआ हमारा..

आओ इस
नव दिवस का
हृदयँ से स्वागत करें..

🙏🙂🙏

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