काटों ने फूल से कहा
चाहे तूफान आए
या बरसे बारिश
मैं सदैव तुम्हारी
हिफाजत करता रहूंगा...
मैं इंसान की तरह
इतना स्वार्थी भी नहीं
की तुम्हे अकेला छोड़ दूंगा....
मैं कांटा ही तो क्या
हिफाजत तो तुम्हारी
मैं ही करूंगा
और खटकता रहूंगा
हमेशा से इंसान की आंख में...
😊😊😊😊
कुछ लोग
दुआ देते हैं ऐसे
जैसे
खुदा के बंदे हों...
😊😊😊😊
धूप छाँव का खेल है
ये मासूम जिन्दगी...
जीने वाले,
आ तू भी दांव लगा ले...
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