जाग मुसाफिर


जाग मुसाफिर...

क्यों सोया है, 
हे अलसी मानुष
अब तो उठ भी जा
और लोगो को भी उठा
देख  अब तो 
सूरज भी निकल आया है

अरे क्यों पड़ा है ,
आंखे मींचे
जग में करने है 
तुझे बहुत काम
भूल जा अब तू 
ऐशो आराम

चल मुस्कुरा
काम पर लग जा
ले प्रभु का नाम......
🙏😀🙏 

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