विश्व हिंदी दिवस


विश्व हिंदी दिवस

आज 10 जनवरी को पूरे विश्व में हिन्दी दिवस मनाया जाता है. यह दिन हमारे इतिहास में बेहद खास है.

इसी दिन 10 जनवरी 1949 को हिन्दी भाषा को भारत की राजभाषा के रूप में अपनाया गया था. उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने भारत में पहला हिन्दी सम्मेलन 1975 में आयोजित करवाया था, जिसमें विश्व के 30 देशों से 122 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था.

मैं भी हिंदी
तू भी हिंदी
ये है भारत माता के
माथे की बिंदी...

यह दुर्भाग्य की बात है कि भारतीय सरकारों ने हिंदी के प्रचार प्रसार में विशेष ध्यान नहीं दिया. 

भारत के हर राज्य में हिंदी विश्वविद्यालयों की जरूरत है जहां संस्कृत विश्वविद्यालयों की तरह ही हिंदी भाषा में अध्यापन हो.

बड़े दुर्भाग्य की बात है कि देश के महान लोग, नेता और हम लोग हिंदी को अपेक्षा इंग्लिश बोलने में शान समझते हैं. हमें अपनी मातृभाषा बोलने में इतनी शर्म क्यों.

हिंदी हिंदुस्तान की भाषा है आओ इस पर शर्म नहीं गर्व महसूस करें.

जय हिंद

नेशनल बर्ड डे

नेशनल बर्ड डे 
National Bird Day

आज नेशनल बर्ड डे है जो हर साल 5 जनवरी को मनाया जाता है. पक्षियों के संरक्षण और उनके महत्व को बढ़ावा देने के लिए हर वर्ष यह दिवस मनाया जाता है.

नेशनल बर्ड डे दिवस की शुरुआत सन 2002 में हुई थी जिसका उद्देश्य पक्षियों के संरक्षण और उनके महत्व को बढ़ावा देना है क्योंकि पक्षी हमारे पर्यावरण के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं.

आओ  इस दिवस पर  निम्न संकल्प लें...
* हमें पक्षियों को बचाना है
* उनके दाना पानी की नियमित व्यवस्था करना है
* पक्षियों को पहचानना है
* पक्षियों की तस्वीर पर कविता या लेख लिखना है
* किसी बर्ड सैंक्चुअरी में जाकर जानकारी लेना है

आओ  मित्रों 
पक्षीयों से प्रेम करें और उन्हें बचाएं.
नेशनल बर्ड डे की सभी को शुभकामनाएं
😊😊🙂🙂🙂

विदा 2024


31.12.2024.....

शुरुवात है साल की
इसे कहते हैं : जनवरी.....
प्यार के फल को कहते हैं
प्यारी फरवरी ......
अकाउंटेंट की आफत  बनती है
ये मार्च हर साल बड़ी .....
फिर से टैक्स का नया साल
ये है अप्रैल कहती है tax बचाओ घड़ी घड़ी
प्लानिंग का नाम है
ये मई की गरम दोपहरी
मेरी जिंदगी की धड़कन है वो
ये जून है मुझे जश्न मनाने की है पड़ी....
मिलन का महीना है
ये हसीन जुलाई
देश आजादी का महीना है
अगस्त की सुहानी सुबह बड़ी
मेरे यार की जुदाई का महीना है
यादगारें सितंबर दुख भरी
ठंड की शुरुवात होती है
ये अक्टूबर की ठंडी बड़ी
दुनिया करती है स्वागत हमारा
हम हैं नवंबर की शुभ घड़ी
बसी हुई है यादों की हर घड़ी
फिर से आ गई है ये दिसंबर मरी मरी
🙂🙂🙂🙂🙂

Enjoy the day

नेवटा डैम, जयपुर

नेवटा डैम 

जयपुर शहर के मानसरोवर से करीब 15 KM दूर नेवटा डैम एक खूबसूरत झील को समेटे हुए है. बारिशों के मौसम में यह डैम पानी से  पूरा भर जाता है और सर्दियों में  तो यहां विदेशी पक्षियों को भी देख जा सकता है.

इस ऐतिहासिक नेवटा गांव में आप पुराने मंदिर, जैन मंदिर और नव निर्मित वराह मंदिर भी देख सकते हैं. शहर के कई लोग यहां घूमने आते है. सरकार इस जगह को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है.

नेवटा डैम 

डैम में पक्षी

वराह मन्दिर 

नव निर्मित मंदिर 



पत्रिका गेट, जयपुर

"पत्रिका गेट और तोरण द्वार"
जवाहर लाल नेहरू मार्ग
जयपुर, राजस्थान

पत्रिका गेट.......
जयपुर शहर का पत्रिका गेट पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. एयरपोर्ट के नजदीक स्थित पत्रिका गेट में  पर्यटक राजस्थान की संस्कृति और इतिहास की संक्षिप्त और सचित्र झलक देख सकते हैं.





तोरण द्वार............
पत्रिका गेट के ठीक पीछे ये नव निर्मित तोरण द्वार, सफेद मार्बल से तैयार किया गया है. इसकी सुंदरता के चलते इसे गेटवे ऑफ जयपुर और गेटवे ऑफ राजस्थान के नाम से पुकारा जाता है.