बारोली मंदिर समूह परिसर
बारोली मंदिर समूह परिसर राजस्थान के कोटा शहर से करीब 50 किमी दूर चितौड़गढ़ जिले में रावतभाटा कस्बे में स्थित है.
बारोली राजस्थान के सबसे पुराने मंदिर परिसरों में से एक है और यह मंदिर समूह अपनी विशिष्ट वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है. यह स्थान मंदिरों का एक समूह है जहां मुख्यतया भगवान शिव के मंदिर हैं. कुछ इतिहासकारों का मत है कि ये मंदिरों का समूह 10 वीं से 11 वीं शताब्दी के हैं जब गुरूजल प्रतिहार का साम्राज्य था, उस दौरान बनाए गए हैं.
बारोली मंदिर की खोज सर्वप्रथम कर्नल जेम्स टॉड ने 1821 ईस्वी में की थी और इस मंदिर समूह को देखकर जेम्स टॉड बहुत प्रभावित हुए थे. उनके अनुसार ये मंदिर समूह बहुत ही भव्य और इंसानी हुनर का बेहतरीन खजाना है.
बारोली मंदिर परिसर में बहुत से मंदिर है जो मुख्यतया भगवान शिव को समर्पित हैं भगवान शिव के अलावा यहां दुर्गा माता, शिव-त्रिमूर्ति, विष्णु और गणेश जी के मंदिर हैं.
बारोली मंदिर परिसर की यात्रा करने के लिए आप कभी भी आ सकते हैं लेकिन सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है, जब राजस्थान में मौसम हरा भरा और सुहावना होता है. बारोली से एक किलोमीटर दूर रावतभाटा भी खूबसूरत कस्बा है जो न्यूक्लियर पावर स्टेशन के लिए प्रसिद्ध है. रावतभाटा में कई प्राकृतिक स्थान भी है जैसे चुलिया फॉल्स, पड़ाझार, राणा प्रताप सागर बांध, सैडल डैम, चेतक टावर और बहुत से मंदिर भी दर्शनीय हैं.