कुमाऊं
कुमाऊं उत्तरांचल का एक विशाल हिस्सा / खंड है । विशाल हिमालय पर्वत श्रृंखलाये, प्राकर्तिक सुन्दरता  इसे विरासत में प्राप्त हुई है . यहाँ के लोग प्राकर्तिक सौन्दर्य से भरपूर, शांतिपूर्ण और प्यार करने वाले हैं . यहाँ के लोगों के स्वभाव के कारण उत्तराँचल का यह भाग पर्यटन की द्रष्टि से अति उत्तम  है। कुमाऊं का  हर  शहर, हर गांव,  हर नदी और हर एक पहाड़ अपनी  अलग विशेषता लिए हुए है ।  कुमाऊं का हर कोना सुंदर नदियों, झीलों  , मंदिरों  और जंगलों से सजा है। यह भव्य हिमालय की एक साफ तस्वीर पेश करता है। कुमाऊं तीर्थयात्रियों के लिए भी बहुत अच्छा है क्योंकि यहाँ बहुत से प्राचीन मन्दिर हैं .
कुमाऊं का एक जिला अल्मोडा है  जहाँ पर भारत के कई प्रमुख व्यक्तियों स्वामी विवेकानंद, महात्मा गाँधी और पंडित जवाहर लाल नेहरू ने  दौरा किया था । अल्मोडा   प्राकृतिक सुंदरता से सजा है और हिमालय का शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है. अल्मोरा के पास देखने लायक जगह  हैं  जैसे चौकुरी, रानीखेत, शीतलाखेत, बिनसर, कौसानी और बागेश्वर जो  एक पसंदीदा पर्यटन स्थल है जहाँ पर  विश्व समुदाय के प्रकृति प्रेमीं आकर्षित हो रहे हैं. अल्मोड़ा के सुंदर  जिले में प्राचीन संस्कृति  की झलक मिलती है. एक ख़ास बात अल्मोड़ा की बाल मिठाई पूरे  भारत में प्रसिद्ध  हैइसका सेवन जरुर करें।
कुमाऊं का एक अन्य जिलों में  बागेश्वर प्रसिद्ध जिला है यह जिला मंदिरों और नदियों के लिए प्रसिद्ध है क्योंकि बागेश्वर दो प्रसिद्ध नदियों गोमती और सरयू बहती हैं जिसके किनारे भगवान   शिव का प्राचीन बाघनाथ मन्दिर है ।  उत्तरायण में यहाँ पर कुमाऊं   का सबसे बड़ा मेला यहाँ लगता है जहाँ पर पूरे  भारत से लोग आते हैं ।
कुमाऊं के अन्य प्रसिद्ध  क्षेत्र हैं चम्पावत, नैनीताल  (नैनीताल -  प्राकृतिक झीलों के लिए प्रसिद्ध है यहाँ सात या आठ बड़ी झीलें है) कोर्बेट  पार्क, रामनगर, भोवाली,  रामगढ़, मुक्तेश्वर, हल्द्वानी, कालाधुंगी, पिथौरागढ़, और ऊधम सिंह नगर देखने योग्य हैं.
- जीके इंडियन
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें