कविताएं

चित्र : सनावर, कसौली हिमांचल प्रदेश

पहाड़ के जिस्म पर
हरी मखमली चादर
शान से खड़े विशाल वृक्ष
उन्मुक्त पक्षियों का झुंड
ये कौन चित्रकार है.....

🌞🌞🌞🙂🙂😃😃🙂🙂😃😃🙂🙂🙂🌞🌞


चित्र : लोधी गार्डन, दिल्ली 

वो शहर ही क्या
जहां पुरानी इमारतें न हो
बोलते खण्डहर ना हो
वरना वो गौरवशाली अतीत
कौन बताएगा...
🙂🙂🌞🌞😃😃🙂🙂🌞🌞🙂😃🙂🌞🔆🔆

रामगढ़ जयपुर

आज जयपुर स्थापना दिवस पर....

ये जयपुर शहर
आज और बूढ़ा हो गया
यादों के झरोखों से
रामगढ़ झील नज़र आई...
चलती थी ढेरों नावेँ कभी यहां
प्यास भी बुझाता था इस शहर की
रौनके होती थी पर्यटकों की यहां
कभी एशियाड गेम की  नौकायन यहां
अब वक्त की नज़ाकत कहो या
सरकार की बेरुखी से
ऐसा जुल्म हुआ की
खो गई झील 
बस यादों का सिला रह गया....

1983 - रामगढ़ झील, जयपुर

हौज खास दिल्ली

दिलवालों की दिल्ली 
हौजखास पार्क और विलेज...

हौज़ खास विलेज करीब 500 साल पुरानी मुगलकालीन विरासत है। यह स्थान मुगलकालीन समय की सुंदर कलाकारी को दर्शाता है, ये बहुत ही खूबसूरत ऐतिहासिक जगह है, जहां आप झील, मस्जिद, मकबरे और सुंदर पार्क के नजारे देखे जा सकते हैं।

झील

हौज खास पार्क 

पुराने किले और अवशेष

मकबरे

किले से दिखती हुई झील

झील के किनारे मकबरे

भूली हुई यादें

बिल्कुल अकेले हैं आप जब...
कोई यात्रा नहीं करते, 
कोई किताब नहीं पढ़ते, 
दूसरों में दोष देखते हैं,
जन्मदिन पर किसी को याद नहीं करते
दोस्तों के संग गप्प नहीं हांकते
बीते सुहाने पल याद नहीं करते
दूसरों की बुरी आदतों को नहीं भूलते
किसी की तारीफ नहीं करते, 
संगीत का आनंद नहीं लेते..
चले आओ फिर कुछ नया करते हैं ; 
चलो घूमने चलते हैं
😁😀🙂🌞🌞🙂🙂😃😃😃😃🌞🌞🌞🌞



मैं और मेरी साईकल
खुद भी गिरती है
मुझे भी गिरती है
गिर गिर के सम्हालना
सम्हलकर सम्हलकर चलना 
मुझे सिखलाती है...

हल्का भारी सब सह जाती 
जिंदगी को बोझ मत समझो
सबको यह सिखलाती है...

सहेली बचपन की मेरी😁
संग मुझे ले जाती है
खूब घुमाती हैं..
अक्सर कहती है
चल कहीं दूर निकल जाएं..
😊😊😊😊😊🙂🙂😃😃🌞🌞😃🙂😃🙂🙂



शाम 
ढलती उम्र
उलझने जिंदगी की
समझदार नहीं बनाती हैं..
मुड़कर मत देखो
अनजान राहें ही
मंजिल तक ले जाती हैं...

चल फिर कहीं दूर निकल जाएं....
🌞🌞😃😃🙂😃🌞😃🙂🙂🙂🌞🌞😃😃


शिकायतों का 
कोई अंत नहीं है दोस्तों ....
जो मिला है, 
उसी में खुश रहो ...
क्योंकि, 
किसी को ये भी नसीब नहीं है..
🙂🙂🌞🌞😃😃🌞🙂🌞🌞😃🙂🙂🙂🌞🌞😃

Old Monk

I am an old monk and I love OM-Old Monk

Old monk - My spiritual Guru 

OM - Old Monk
Know all about Old Monk

Old Monk Rum is an Indian dark rum, launched in 1954 by Mohan Meakin. OM rum is a dark rum with vanilla flavour. It's a famous dark Rum produced in Solan (HP) and Ghaziabad (UP).

I love OM and I want you to enjoy winter with OM because .....

1. Winter Is a Favourite Season for Old Monk.
2. OM is not Rum ; it's collection of bottles also.
3. When you feel alone your spiritual Guru OM is always with you.
4. OM has followers not fan.
5. It keeps you away from cold, a healer.
6. OM is a human healer when someone breaks your heart.

Finally I can say that OM is not a liquor. Old Monk Is A Legend.

Enjoy OM 
😃😃😃😃😃😃😃😃

कविताएं : सुनहरी यादों के पल

कविताऐं: यादों के सुनहरे पल

लो ये फसलें भी 
काट ली गईं है
जब शरद ऋतु ने 
आवाज़ दी...
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🌞😊☺️🌞🌞🌞


शरद ऋतु की 
चांदनी रात हो 
या अंधेरी 
हम भी ठिठुरेंगे
तुम भी ठिठरोगे
चाँद भी ठिठुरेगा
सूरज भी ढका होगा
गहन कोहरे में.......
खुशी का पल होगा
जब प्रभु राम का 
दीपावली में आगमन होगा
नव दीप जल उठेंगे
खुशियां का अंबार होगा..
☺️☺️☺️😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊


कभी लंच टाइम
तो कभी शामें
कभी मूंगफली के दाने
कभी समोसे
तो कभी छोले कुलचे....
कुछ पुराने साथी
और उफ ये शहर, दिल्ली
बहुत याद आते हैं
😀😀😀😀😀🙂🙂🙂🙂🙂🙂🤥🤥🤥🤥🙂


तीन दोस्त
साईकिलें
एक हाफ
और पूरा शहर
वो भी क्या दिन थे
😊😊😊😊😊😊😊😊😊☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️


अक्सर धूप से 
काले नही होते हैं लोग 
जल भुनकर कर भी 
स्याह हो जाते हैं ....
🌞🌞🌞🌞🌞🌅🌅🌅🌅🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂


उम्र भर पलटते रहा, 
किताबों के पन्ने 
अपनी ही कहानी 
नज़र आयी किताबो में ....
☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️☺️👍☺️👍👍👍👍👍


कभी राम 
कभी रावण 
क्या क्या बनना पड्ता है 
इस छोटी सी जिन्दगी में 
🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂🙂😂😊


ये पल
पल पल बीत रहा है
आओ मिल जायें
सुमन और सुगंध की तरह
😂😂😂😊🌞🌞🌞🌞🌞🌞😍😊😊😊😊😊😊


आज जिंदगी को, 
करीब से देखा
कोई गुब्बारा बेच के खुश है, 
तो कोई खरीद ककर..
🌞🌞🌞🌞🌞🌞🌞🍨🍨🍨🍨☺️☺️☺️☺️☺️☺️


कुछ लम्हे चुरा लूँ, 
तुम्हारे आज 
कल जिंदगी 
हम हो न हो.......
😊😊😊😊😊🌞🌞🌞😊😊🌞🌞😊😊🌞🌞


मै कलम, 
तुम स्याही ।
आओ मिलकर, 
जिंदगी की किताब लिखें....
☺️☺️🍨🍨☕☕😍😍😍😍🙂🙂🙂☺️☺️😊😊


कविताऐं : दिल ने फिर कहा

जब से
चांद बेगाना हुआ
तब से चांदनी भी
रूठ गई है हमसे... 
🌞🌞🌞🌞😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊


इस जिंदगी को
आज भी है इंतजार तुम्हारा
बेकरारी तो आज भी है
बस तस्वीरों से इज़हार है
तुम मानो या ना मानो
वजह तो आज भी जिंदा है 
देखता हूं जब जब 
फूलों सा मुस्कुराता हुआ
मुखड़ा तुम्हारा...
😀😀😀🌞🌞😊😊😃😃😃😃😃😃😃😃😃


आज का ज्ञान
"कर्ज और मर्ज से घिरा इन्सान कुछ भी कर सकता है"
उपाय : इनसे दूर ही रहेँ
😂😂😂🌞🌞🌞😊😃🙂🙂🙂🌞🌞🍨🍨🌞😯


मेरे दिल की अल्मारी में
कुछ स्लेब हैं 
जिसमे खुशी, गम 
और ढेर सारी यादें हैं ...
नोट :  कुछ जगह आपके लिये भी है - occupy karoge kya... 
😂😊😊🙂🙂😃😃🙂🙂😯😯😊😊😃😃🙂😀


रुठे हुए यार को
मुह फुलाए दोस्त को 
मनाते हुए कहा
"कैसे हौ यार"
वो हँसा और गले लग गया..
 😂😂😊😊😊😯😯😊😊😃😃😃😃😃🌞🌞


शून्य 
और एकान्त..
ये ही जीवन के निजी और प्यारे पल छिन हैं जहां भरपूर ज्ञान की प्राप्ती होती है 
😂😂😂😀😀😁😁🥰🥰😍😍😊😊😊😀😀😀



यादें

यादें.....

मेरे अमावस से
तन्हा जीवन में
फिर से आजाओ
पूनम का चाँद बनके...
😊😊😊😊😊😀😀😀😃😃😃😃😃😃😃😃😃


मज़ा तो 
जोड़ने में हैं 
तौड़ने में तो 
सभी लगे रह्ते हैं .....
😎😎😎🙂🙂😀😀😃😃🙂🙂😀🙂🙂🙂🙂🙂


वो पीते हैं, 
फिर भी निगाहें दुरस्त रखते हैं
कुछ ऐसे भी होते हैं, 
जो बिन पिए ही नस्तर चुभोते हैं.....
😃😃😀😀🙂😀😃😀🙂😀😀😃😃😃😃😊


फिल्मी डायलॉग्स

बाबू मोशाय 
ज़िंदगी बड़ी होनी चाहिए 
लंबी नहीं......
😊फिल्म: आनंद😊

पुष्पा, 
मुझसे यह आँसू नहीं देखे जाते 
आई हेट टियर्स ......
😃फिल्म: अमर प्रेम😀

दूसरो की दौलत के पंख 
लोगों को घरों से दूर ले जाते है  
और यह पंख जिन्हे लग जाते है  
वो वापिस घर लौटकर कभी नही आते...
😊फिल्म: सौतन😊

किसी का फ़ायदा, 
किसी का नुकसान 
किसी का नुकसान 
किसी का फ़ायदा  
इसी का नाम दुनिया है....
😊फिल्म: अवतार😃

अपने यहाँ की मिट्टी की खुश्बू है ना 
वो तो अजनबी लोगो की साँसों में भी 
संस्कार भर देती है......
😃फिल्म: पूरब और पश्चिम😊

ज़िंदगी एक पहेली है
कभी दुश्मन, कभी सहेली है.....
😃फिल्म: मैदान-ए-ज़ंग😃

विश्वास तो एक ऐसा बंधन है 
जो एक इंसान को 
दूसरे इंसान के करीब लता है...
😃फिल्म: उपकार😃

जाओ पहले उस आदमी का साइन ले के आओ जिसने मेरा बाप को चोर कहा था; 
पहले उस आदमी का साइन ले के आओ जिसने मेरी मा को गली देके नौकरी से निकल दिया था; 
पहले उस आदमी का साइन ले के आओ जिसने मेरे हाथ पे ये लिख दिया था..ये.. 
उसके बाद, उसके बाद, मेरे भाई, तुम जहाँ कहोगे मैं वहाँ साइन कर दूँगा......
😊फिल्म: दीवार😃

सही बात को 
सही वक़्त पे किया जाए 
तो उसका मज़ा ही कुछ और है, 
और मैं सही वक़्त का इंतेज़ार करता हूँ...
😃फिल्म: त्रिशूल😃


तन्हाइयां: कविताऐं

तन्हाई : कविताऐं

ये चाँद है ना
रोज आता है
वो भी अकेला
कहता रहता है
अच्छे दिन आने वाले हैं
कैसे इस पर यकीन करूँ...
🙂🙂😀😀🙂🙂😀😀😊😊🙂🙂😀😃


सपने में 
मिलना कभी
तुम्हें सौंपनी है
यादों की डायरी.....
🙂😀🌞😊🙂😀😃😊🙂🌞😊🌞😊


ये जो सूरज चाचा है ना
ये भी रोज़ जाते हुए कहते हैं
अच्छे दिन आने वाले हैं।
किस किस पर यकीन करूँ
😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂🙂🙂🙂🙂


अस्ताचल को सूरज
और ये तन्हा शाम 
जब भी आती है
तुम्हारी यादों के चिराग़ 
जल उठते हैं...
(तुम कहाँ चले गए.......)
😃😃🌞🌞😊🙂😊🌞😃😀😃😃🌞🌞😊🙂


जब भी 
मां से मिलने जाता हूँ
वो मुझे फिर से 
निकम्मा बना देती है.....
😊😊🙂🙂🌞😃🌞😊🙂😀😀😃😃🌞🌞


इतना भी 
ना पिलाओ दोस्तो 
की ये घर मेरा
मधुशाला बन जाये ....
😂😊😀😀😃😃😀🙂😊😀😀🌞😃😀


आज जिंदगी को 
कुछ करीब से देखा
वो एल्बम के पन्नो में 
सिमट के रह गयी.......
😃😃😀😀😃🌞😊🌞😃😀😃🌞😊


ये जिंदगी, 
अब कहानी हो रही है
जैसे जैसे उम्र
पुरानी हो रही है....
😃😃🌞🌞😊🌞😃😀🙂😀😀😃🌞😊


कितने भी महलों में रह लो
आज भी वो जगह नही मिल पायी 
जहां कभी बचपन बीता था.......
😀😀😃😃🌞😊😀😀😀🙂🙂🙂




नई नाथ शिव मंदिर

नई नाथ महादेव मंदिर : बांसखो, 
बस्सी, जयपुर, राजस्थान
नई नाथ महादेव की का मंदिर जयपुर शहर से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यह जगह जयपुर से आगरा रोड पर बस्सी तुंगा मार्ग के रास्ते बांसखो पंचायत से अंदर करीब 9 किलोमीटर की दूरी पर अरावली पहाड़ियों के बीच स्थित है
चित्र : मुख्य मंदिर जहां शिवलिंग प्रकट हुए थे

यह प्राचीन शिव मंदिर करीब 350 साल पुराना बताया जाता है. कहा जाता है की मंदिर में स्थित शिवलिंग स्वयंभू यानी अपने आप जमीन से प्रकट है. मंदिर का नाम नई नाथ क्यों पड़ा तो इस मंदिर के नामकरण की भी एक कहानी है. किवदंतियों के अनुसार सैकड़ों साल पहले बांसखोह में एक राजा हुए थे जिनकी तीन रानियां थी और विवाह पश्चात इन तीनों रानियों के कोई संतान भी नहीं हो रही थी तब यहां पास ही अरावली के जंगल में स्थित शिवमंदिर में रह रहे बालवनाथ बाबा ने रानियों को शिवमंदिर में पूजा करने की सलाह दी. उन तीनों रानियों में जो सबसे छोटी रानी थी उन्होने बाबा की आज्ञानुसार हर माह अमावस्या पूर्व चतुदर्शी को बांसखो के वीरान जंगल में स्थित इस प्राचीन शिव मंदिर में पूजा करने व्रत लिया. कहा जाता है की रानी की पूजा से उनकी मुराद पूरी हुई और उन्हें संतान की प्राप्ति हुई. क्योंकि रानी की शादी कुछ समय पहले ही हुई थी और वो सबसे छोटी रानी थी अर्थात नई नवेली थी इसी वजह से इस स्थान का नाम नई का नाथ अथवा नई नाथ नाम से प्रसिद्ध हो गया.  
चित्र : मंदिर का प्रवेश द्वार

शिव मंदिर के पास ही बालवनाथ बाबा जी का धूणा भी है जहां उनके चरणों की पूजा होती है. बहुत से लोग मन्दिर में मन्नत मांगते है और मन्नत पूरी होने सवा मणि करते हैं जिसमे दाल बाटी चूरमा का भोग लगाते हैं.

चित्र : माताजी का विशाल मन्दिर 

यह जगह हरी भरी हरियाली से युक्त पहाड़ियों के बीच में बसी होने से सभी का मन मोह लेती है यहां पर रुकने के लिए सभी समाज के लोगों ने अपनी जाति के अनुसार अलग अलग धर्मशालाये बनाई हुई हैं जहां भक्त रुकते हैं. मंदिर के पास ही माता जी का भी एक विशाल मंदिर है. राजस्थान वन विभाग ने पास में ही लवकुश उद्यान भी बना रखा है जहां बहुत से बंदर रहते हैं. प्रकृति प्रेमियों को भी यह जगह पसंद आएगी. मंदिर तक पक्की सड़क है जो आपको पहाड़ी बलखाते रास्तों से लेकर जाएगी लेकिन  याद रहे आपको अपने निजी वाहन से ही यहां जाना होगा.
चित्र : हरियाली से भरपूर रास्ता

चित्र : वन विभाग का उद्यान 

ॐ नमः शिवाय